अनुक्रमणिका (रास - पृष्ठ)
क्रम संख्या
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रचना
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राग
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ताल
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पृष्ठ
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Audio Sample
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1
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बजार्इ कहीं बांसुरी बलवीर
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गारा खमाज
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कहरवा
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7
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2
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ये कैसी तिहारी है प्यारी बिहारी, बांसुरिया ने मेरो तन मन लियो छीन
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खमाच मल्हार
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त्रितंल
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7
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3
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प्यारे री मोहन बंसियां बजार्इ, मेरे मन भार्इ, सो वाके बिन देखे, तरफ तरफ ए वीर रतियां गंवार्इ
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गौड़
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त्रिताल
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7
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4
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कैसी मधुर धुन मुरली बजार्इ रे
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कान्हरा
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-
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7
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5
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तेरी छब निरखत अनंग प्रिया लजित होत
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कान्हरा
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धु्रपद
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7
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6
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ये कैसी बिहारी तिहारी लो प्यारी, बंसियां ने मेरो तनमन लियो छीन
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मल्हार
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तिताल
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7
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7
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आज मेरो मन लियो छीन
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काफी
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-
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7
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8
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सखि छबि निरख मेरो, मन गयो री हाथ से
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तिलंग
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तिताल
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7
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9
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ये कैसी वनमाली मुरली बनार्इ
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बहार
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झपताल या सूल
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7
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10
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फूलन बीनत श्री वृषभानु कुमारी संग लिए बृजनारी
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शोरठ
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झपताल
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7
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11
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नाजत नट नागर, नव नागरिवर , संग लिए वृंदावन
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हमीर
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एकताल
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7
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12
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नाचत बिहारी संग बृजनारी शरद रैन उजियारी
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मल्हार गौड
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झप
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7
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13
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करत सखी मदन मोहन रास
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तिलंग
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तिताल
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7
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14
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बिहारी नाचत संग लिये राधा प्यारी
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काफी पूर्वी
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तिताल
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7
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15
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करत रास राकेश उदय देखत नंद नंदन री
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स्याहाना
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आडा चौताला
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7
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16
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नाचत मदन मोहन, मुरली धर श्री वृन्दावन , संग लिये बृजनारी
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सूहा
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तिताल
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7
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17
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शरद की निश विमल वन उदय देख चन्द्र
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केदारा
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धम्माल
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7
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18
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अधर धर कैसी मधुर मुरली बजार्इ री सांवरे
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हमीर
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धम्माल
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7
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